RIGHT CONCEPT OF MARKETING

Saturday 14 January 2012

AFFIDAVIT




JAI RCM
,ES AFFIDAVIT KO JIS BHI DISTRIBUTOR KI SALANA INCOME 50000 SE
JAYADA KI HAI USKO APANE APANE STATES ROOLS KE ANUSAR(10RS.,20 RS.)
STAMP PAPER PE TYPE KARA KE NOTARY KE SATH NICHE LIKHE ADDRESS PER BHEJNA HA.saath me id proof bhi lagana hai peeche ISME APNADIST.NO,NAAM,SAHAR KA NAAM AUR SIGNATURE KARNA HAI.YADI EK GHAR ME JYADA JOINING HO TO JYADA AFFIDAVIT BHI KARWA SAKTE HAIN.is afidavit ko koi bhi distributor KARWA SAKTA HAI HAMNE YAHAN 50000 INCOME SE UPER WALE KE LIYE LIKHA HAI PER YADI SAMAY PER PAHUNCH SAKE TO KOI BHI KARWA SAKTE HAIN.baki distributor apni id proof  me hi apnadist.no,naam,shahar,AUR SIGNATURE SAATH ME USI ME YE LINE JARUR LIKHEN KI MAIN RCM KA SANTUSHT UPBHOKTA HOON.AUR YADI USE KISI PRODUCT SE FAYADA HUA TO USE BHI LIKH SAKTA HAI.YE HAME KISI BHI HALAT ME 17 TARIK KO JAIPUR PAHUNCH JAYE AISE COURIOR LIKE FIRST FLIGHT COURIOR AISE KISI SE BHEJNA HAI.AB HAMARE ACTION KI BAARI HAI.AAPKI SAKRIYTA EK NAYA ITIHAAS RACH SAKTI HAI.
ADDRESS;-
SURAJ CHOPRA
R-20
BAJRANG COLONY
NEAR JHOTHWARA BRIDGE
JHOTHWARA
JAIPUR 302012



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Regards & Thanks
Mukesh Kothari
Mob: +919214015939

उच्च न्यायालय जोधपुर ने जमानत अर्जी ख़ारिज की ( लोक जीवन भीलवारा )



आरसीएम व तिरुपति डवलपर्स कंपनियों का मामला, उच्च न्यायालय जोधपुर ने नामंजूर किए जमानत प्रार्थना-पत्र 

भीलवाड़ा. राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर ने दो एमएलएम कंपनियों के एक डायरेक्टर व चार अधिकारियों की जमानत खारिज कर दी गई। पुलिस के मुताबिक, पांच साल में धन दुगुना करने का झांसा देकर ठगी करने के आरोप में तिरुपति डवलपर्स के डायरेक्टर महावीर आचार्य की जमानत उच्च न्यायालय ने खारिज कर दी। इसी तरह धोखाधड़ी व चिटफंड एक्ट के तहत हमीरगढ़ थाने में दर्ज मुकदमे में गिरफ्तार आरसीएम कंपनी के चार अधिकारियों अरुण प्रकाश श्रीवास्तव,अशोक दीक्षित, विपिन मिश्रा व राजकुमार माली की जमानत के प्रार्थना-पत्रों को भी खारिज कर दिया गया।

तारीख पर तारीख ................. यही है भारत की न्याय प्रणाली

आरसीएम के तीनों मामलों में टली सुनवाई
दैनिक भास्कर ,भीलवारा ,१२ जनवरी ; नगर संवाददाता. भीलवाड़ा

आरसीएम संचालकों द्वारा तीन अन्य मामलों में गिरफ्तारी से बचने के लिए लगाई अग्रिम जमानत की याचिकाओं पर बुधवार को सुनवाई टल गई। न्यायालय सूत्रों के अनुसार, आरसीएम डायरेक्टर टीसी छाबड़ा, सौरभ, भागचंद, कैलाश व प्रियंका छाबड़ा ने प्रतापनगर थाने में दर्ज 3.10 करोड़ की ठगी व हमीरगढ़ थाने में दर्ज ईसी एक्ट के मामलों में, जबकि इन पांच के साथ ही प्रकाश छाबड़ा ने मांडल थाने में दर्ज मुकदमे में गिरफ्तारी से बचने के लिए अग्रिम जमानत के प्रार्थना-पत्र पेश किए। इन मामलों में बुधवार को सुनवाई होनी थी, लेकिन फाइल हाइकोर्ट में होने से सुनवाई टल गई। अब प्रतापनगर व हमीरगढ़ थाने में दर्ज मामलों पर 18 जनवरी व मांडल थाने के मुकदमे में 13 जनवरी को सुनवाई होगी
एफआईआर निरस्त के प्रार्थना-पत्र पर 19 को होगी सुनवाई
भीलवाड़ा. आरसीएम मामले को लेकर उच्च न्यायालय में पेश दो प्रार्थना-पत्रों में से एक पर बुधवार को सुनवाई पूरी हो गई, जबकि दूसरे पर 19 जनवरी को सुनवाई होगी। पुलिस के अनुसार,आरसीएम कंपनी गिरफ्तार चार अधिकारियों अरुण प्रकाश श्रीवास्तव,अशोक दीक्षित, विपिन मिश्रा व राजकुमार माली की जमानत के प्रार्थना-पत्रों पर बुधवार को उच्च न्यायालय, जोधपुर में बहस पूरी हो गई। वहीं छाबड़ा बंधुओं द्वारा कंपनी के खिलाफ हमीरगढ़ थाने में दर्ज धोखाधड़ी की एफआईआर निरस्त करने के लिए लगाए प्रार्थना-पत्र पर अब 19 जनवरी को सुनवाई होगी।

Rajsthan patrika आरसीएम संचालकों के  अग्रिम  जमानत पर टली पेशी
Thursday, 12 Jan 2012 8:50:53 hrs IST
भीलवाड़ा। चेन सिस्टम  का झांसा देकर लोगों से करोड़ों रूपये बटोरने वाले
आरसीएम संचालको  के बिभिन्न  थानॉ  में दर्ज  तीन मामलों में जिला  एवं सत्र
न्यायालय में  लगी अग्रिम  जमानत अर्जी  पर बुधवार को सुनवाई की  पेशी टली गई।
लोक अभियोजक विष्णुदत्त शर्मा ने बताया कि आरसीएम संचालक त्रिलोक छाबड़ा,
कैलाश छाबड़ा, भागचंद  छाबड़ा, प्रियंका छाबड़ा और सौरभ छाबड़ा के खिलाफ
प्रतापनगर, मांडल और हमीरगढ़ थाने में  मामला दर्ज  हुआ था।
इन पर अग्रिम  जमानत के लिए जिला  एवं सत्र न्यायालय में अग्रिम  जमानत अर्जी आज लगाई गई थी। इन पर सुनवाई बुधवार को होनी थी। इस पर हमीरगढ़ में 
एफसीआई का गेहूं रखने के मामले और प्रतापनगर में धोखाधड़ी के मामले में  18
जनवरी  व मा􀃖डल में दर्ज प्राईज चिट् फण्ड अधिनियम में  13 जनवरी  को सुनवाई होगी।



Friday 13 January 2012


 कोर्ट की कारवाई का सिलसिला कुछ ऐसा चला
1. आरसीएम के मामले की अब एसओजी करेगी जांच  5 jan 2012

< आरसीएम कार्यालय में कार्रवाई करते पुलिस अधिकारी। फाइल
नगर संवाददाता.भीलवाड़ा

ख्यातनाम मल्टीलेवल मार्केटिंग कंपनी आरसीएम के खिलाफ दर्ज मामले की जांच अब एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) करेगी। राज्य के पुलिस महानिदेशक हरीशचंद्र मीणा ने एसपी उमेश चंद्र दत्ता के आग्रह पर केस से संबंधित पत्रावली तलब कर एसओजी को सौंप दी। एसपी दत्ता ने बताया कि एमएलएम कंपनियों के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत एक दर्जन से अधिक कंपनियों पर मुकदमे दर्ज किए गए। इनमें आरसीएम भी शामिल है। नौ दिसंबर को इस कंपनी पर छापा मारकर रिकॉर्ड जब्त कर कंपनी के डायरेक्टर त्रिलोकचंद छाबड़ा, उसके बेटे सौरभ छाबड़ा, बेटी प्रियंका छाबड़ा, भाई भागचंद छाबड़ा व कैलाशचंद्र छाबड़ा के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया था! 
तीन मुकदमे दर्ज, चार हो चुके: आरसीएम के खिलाफ हमीरगढ़ थाने में धोखाधड़ी व राशन के गेहूं बेचने के आरोप दो, जबकि मांडल थाने में बोनस हड़पने के आरोप में एक मुकदमा दर्ज हैं। वहीं धोखाधड़ी के मामले में पुलिस कंपनी के चार अधिकारियों अरुण प्रकाश श्रीवास्तव, अशोक दीक्षित, विपिन मिश्रा व राजकुमार माली को गिरफ्तार कर चुकी है। ये गिरफ्तारियां 10 दिसंबर को हुई थी।
ये थी स्कीम: आरसीएम में 1500 रुपए देकर बनने वालों को आगे सदस्य बनाने पड़ते थे। इसमें दो लेग ए और बी चलती थी। दोनों लेग में 5 से 10 हजार रुपए तक 10 प्रतिशत कमीशन बतौर बोनस दिया जाता। साढ़े तीन लाख रुपए तक का बिजनेस होने पर 25 प्रतिशत बोनस दिया जाता। जो सदस्य, एक से 30 तारीख तक जितने मैंबर बनाता उसे एक तारीख को हिसाब दे दिया जाता था। इसके बाद उसे अगले महीने 0 से शुरूआत करनी पड़ती थी।
इसलिए दी गई जांच: आरसीएम राष्ट्रीय व राज्य स्तर से जुड़ी कंपनी हैं। इसलिए इस कंपनी के खिलाफ दर्ज केस को महत्वपूर्ण मानते हुए एसपी दत्ता ने हाल ही में डीजी को पत्र लिखकर केस की जांच एसओजी से कराने की गुहार की थी। डीजी ने भी केस को महत्वपूर्ण माना और फाइल तलब कर एसओजी को सौंप दी।



2.  हाईकोर्ट में अगली सुनवाई 9 को            05 january2012

जोधपुर. राजस्थान हाईकोर्ट में आरसीएम मामले की सुनवाई बुधवार को अधूरी रही। अदालत ने इस मामले में अगली सुनवाई 9 जनवरी को किए जाने के आदेश दिए हैं।
बुधवार को न्यायाधीश आरएस चौहान की अदालत में सुनवाई के दौरान प्रार्थीगण के वकील एमएस सिंघवी के साथ मनीष सिसोदिया ने कहा कि कंपनी आरसीएम ब्रांड से मल्टीलेवल मार्केटिंग का व्यवसाय करती है। इसके तहत पुराने ग्राहकों द्वारा नए ग्राहक बनाए जाने को प्रोत्साहित करने के लिए कंपनी की ओर से सस्ते दर पर उत्पाद भी उपलब्ध कराए जाते हैं। पुलिस ने गत 9 10 दिसंबर को याचिकाकर्ता के प्रतिष्ठान पर सर्च कर कार्यालय को सीज कर लिया व उनके विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया इससे व्यवसाय जारी रखने में परेशानी हुई। उन्होंने कहा कि मल्टीलेवल मार्केटिंग वैध व्यवसाय है और इस व्यवसाय पर प्राइस चीट व धन परिसंचालन अधिनियम के प्रावधान लागू नहीं होते सरकार की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता जीआर पूनिया व सरकारी अधिवक्ता महीपाल विश्नोई ने कहा कि वर्तमान में मामले का अनुसंधान जारी है तथा कंपनी की ओर से इसमें सहयोग नहीं किया जा रहा है। संचालकों को अनुसंधान के दौरान हाजिर हो कर सहयोग करने के निर्देश दिए जाएं। इस पर प्रार्थीगण की ओर से अनुसंधान में पूरा सहयोग दिए जाने का आश्वासन दिया गया।

Sunday 1 January 2012

'' ALL IS WELL ". “हम जीतेंगे और हम जीत कर रहेंगें ”

 “हम जीतेंगे और हम जीत कर रहेंगें ”
“हम जीतेंगे और हम जीत कर रहेंगें ” क्योंकि टी सी साहब का  मकसद सिर्फ पैसा बनाना   नहीं है बल्कि वे “सत्यमेव जयते ” के रास्ते  पर चलते हुए ” सर्वे भवन्तु सुखिन :”के प्रणेता हैं |
भविष्य में उनका नाम भारत के इतिहास में गांधी , नेहरु ,सुभास ही नहीं बल्कि बुद्ध,महावीर की श्रेणी में गिना जाएगा |

सरकार ने आर सी एम् पर जो भी अब तक इल्जाम लगाया है: जैसे FCI के गेहूं का मामला हो या चित फंड का मामला हो सभी का बाखूबी  कम्पनी जबाब सरकार को लिखित रूप  में दे रही है |और एक- एक करके हम जीतते जा रहे हैं |थोडा और इंतजार | सब्र का फल मीठा होता है |अंतिम जीत हमारी होगी|

और एक बार भावी भारतं रत्न पंडित सतीशजी  पंडितजी  की याद में  उनकी सी डी “हम जीतेंगे ” को एक बार और देखें |

यह हर युग में ,हर देश में ऐसा हुआ है| अमवे के इतिहास को  उलट कर देखें |

I am giving brief legal history of Amway

*Landmark decisions**in the history of Amway

Is MLM, and Amway specifically, a pyramid scheme? In other words, is the business model illegal from the start? This is when the big time legal battles started. Losing a challenge on this subject would mean, not just fines, but a complete shutdown of operations – maybe even jail time.

Well, in 1977, Amway was subjected to just such a challenge. The US Federal Trade Commission (FTC) started investigating Amway for deceptive business practices and the charge was essentially one of operating a pyramid, or Ponzi, scheme.

The crux of the issue was this, was Amway trying to make money just from recruiting distributors or was the main business model to sell products. This is a serious charge in a serious venue – the FTC had the power to completely shut Amway down.

After two years of investigation, the FTC finally ruled that Amway was in no way a pyramid scheme. They did criticize some of the business practices, and Amway changed some of its sales materials as a result. But the ruling was clear – there was nothing illegal about MLM and network marketing.

This one single decision by the FTC saves the network marketing industry as a whole. With the validation of the FTC, network marketers could finally claim what they had always known – MLM isn’t a scam, or a deceptive business practice. Instead, it is a legitimate way to sell products and grow individual businesses.
**Foreign legal battles**

2006 – India started action against Amway under their version of Ponzi scheme laws. While the case isn’t entirely settled, Amway still does business in India and has won against some of the injunctions placed upon it. The original case is still pending, but in the past four years, no grounds have been found to move forward.

2007 – British authorities brought an action against Amway for what were called, “objectionable practices.” The Department of Trade and Industry (the UK version of the FTC) has the power to shut down operations and this was a serious matter. In 2008, the investigation was complete and Amway was found to have violated no laws in Britain.

नव वर्ष की शुभकामनाएँ के साथ ; भारत रत्न (भावी) सतीश पंडित के दस अमर वाक्य

नववर्ष की मंगल कामनाओं के साथ

भारत रत्न (भावी) सतीश पंडित के दस अमर वाक्य

1) यदि  आप सिर्फ अपने हीं सीखते रहेंगे तो आप विद्वान (WISE MAN) बन सकते हैं लेकिन यदि आप दूसरे को सिखाएँगे तो आप आमिर (RICH)बन जाएँगे |

2) भूलकर भी हमें  इन तीन वर्जित  विषयों  पर बहस   नहीं करनी चाहिए :सेक्स ,धर्म और राजनीत (SEX , RELIGION , POLITICS ) .(MIND YOUR OWN BUSINESS DO NOT TRY TO BE SOCIAL REFORMER)

3) नेटवर्क  बिजनेस दिल का है, दिमाग का नहीं ,यह बिजनेश प्यार का है तर्क का नही ,यह बिजनेश सुंदर सम्बन्धों  का है  जोर- जबरजस्ती का नहीं क्योंकि इस बिजनेश में प्रतेक व्यक्ति अपना I.B.O. स्वयं है (YOU ARE THE  INDEPENDENT BUSINESS OWNER OF YOUR BUSINESS ) |

4) नेटवर्क बिजनेश में सफल होने के लिए एक हीं काम करना है :सकरात्मक नजरिया  ,अटूट विश्वास और श्रद्धा (POSITIVE ATTITUDE,TRUST AND LOVE)  के साथ  लगातार लगे (CONTINUOUS) रहना है |कभी करना कभी छोड़ देना इस बिजनेश का कैंसर(CANCER :FATAL DISEASE  ) है |

5) नेटवर्क बिजनेश में अपने लिए शुरू में जरुर काम   करना पड़ता है लेकिन  बाद में अपने डाउन लाइन और अप लाइन के लिए कम करना पड़ता है | दूसरे शब्दों में  आप दूसरे की मदद करें परमात्मा आप की मदद खूद करेगा(YOU HELP OTHERS, GOD WILL HELP YOU ) |

6) नेटवर्क बिजनेश में काम करते वक्त जब जिश्म (BODY) थक जाए और रूह (SOUL) कंप  जाए फिर भी लगे रहें ,इसको कहते हैं कठिन मेहनत (HARD WORK / EXTRA MILE) और नेटवर्क बिजनेश में ऐसे हीं लोगों को कामयाबी मिलती है | इसी लिए मैं कहता हूँ “कामयाबी दर्द की कोख से पैदा होती है

7) जो लोग आज इस सेमिनार हौल(SEMINAR HALL)  में है ,उनकी कामयाबी निश्चित है , और जो लोग बाहर प्लान दिखने नें व्यस्त  हैं  उनमे देर लग जाएगी | इस बिजिनेश की आत्मा(SOUL ) है एजुकेसन :बुक टेप और फंक्शन ( B T  F ): बुक डेली 20 मिनट्स ,वन टेप डेली ,कम से कम एक फंक्सन प्रतेक माह|

8 ) किसी को भी मार्केटिन प्लान बोल कर नहीं बताना है बल्कि पेपर पर हीं लिख कर दिक्काना है क्योंकि (PEOPLE ALWAYS  UNDERSTAND FIGURES NOT FACTS )

9) मार्केटिंग प्लान दिखाते वक्त हमेशा इस बात का ख्याल रखना है किप्लान को मात्र दिखाना है ,बताना या समझाना नहीं है |यह मात्र इन्फोर्मसं शेयरिंग (INFORMATION SHARING ) सेसन होता है | यह उस व्यक्ति का प्रथम लेवल का इंटरविउ (FIRST LEVEL INTERVIEW)  होता है कि वह व्यक्ति इस तरह कि एक्टिविटी (ACTIVITIES) में सामिल होना चाहता है या नहीं | (SHOW THE PLANE DO NOT CONVINCE THE PLANE .समझाने वाला दूसरा सेसन फोलो उप (FOLLOW UP) है |आपको फोलो उप हमेशा  अपने सिनिर उप लाइन  के साथ करना है क्योंकि 90%रिजल्ट फोलो अप से आएगा नकि (STP) |

10) पुराने जमाने में सफलता के सात सूत्र बताए जाते थे लेकिन आज सफलता का एक हीं सूत्र है सकरात्मक नजरिया (POSITIVE ATTITUDE) )यानि प्रतेक चीज में आपको  अच्छाई को  ढूंढ  लेना है   | आपको  हर चीज को अच्छा -अच्छा  कहना होगा | चाहे आपका अप  लाइन हो या डाउन लाइन हो या आपका क्रोस लाइन हो या कोई दूसरे   ग्रुप का हीं  क्यों न  हो | यहाँ तक कि कम्पनी का मैनेजमेंट सिस्टम हो सकता है, कम्पनी का प्रोडक्ट हो सकता है |

आप जानते हैं कि आकर्षण के सिधांत  (LOW OF ATTRACTION) के अनुसार जो भी आप बोलते हैं या सोंचते  हैं  उसकी FREQUENCY होती है जो इस ब्रम्हांड (UNIVERSE)   में  RADIATE  हो जाती है और उसी तरह कि अन्य फिरिक्वेंसियों (SIMILAR FREQUENCIES) को अपनी तरफ आकर्षित कर लेती है